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लाइनेक्स का ऑफिस-स्टार ऑफिस || Office of Linux-Star Office in Hindi


 इस पोस्ट में हम लाइनेक्स का ऑफिस-स्टार ऑफिस क्या है,वर्ड प्रोसेसिंग,और उस पर कैसे काम करते है के बारें में जानेंगे



लाइनेक्स का ऑफिस-स्टार ऑफि
(Office of Linux-Star Office)

माइक्रोसॉफ्ट के MS-Windows ऑपरेटिंग सिस्टम लिए बनाया गया MS-Office एक ऐसा ही सर्वाधिक प्रचलित अतिलोकप्रिय 'ऑफिस' पैकेज है। जिसके विषय में आपने भी अवश्य सुना होगा। ऐसे ही लाइनेक ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए एक से अधिक 'ऑफिस' पैकेज तैयार किये गये हैं जिनमें से 'स्टार ऑफिस (star office) प्रमुख है। इस अध्याय में हम इसी लाइनेक्स पर आधारित ऑफिस का अध्ययन करेंगे। स्टार ऑफिस के मुख्य तत्त्व (Main Elements of Star Office) वैसे तो स्टार ऑफिस में अनेक ऐप्लीकेशन प्रोग्रामों का समावेश है किन्तु जिन तीन मुख्य तत्त्वों के हम यहाँ अध्ययन करेंगे वे इस प्रकार हैं-

स्टार ऑफिस के  तत्त्व          
(1) स्टार राइटर (Star Writer)         
(2) स्टार कैल (Star Cale)         
(3) स्टार इम्प्रेस (Star Impress)
    
MS-ऑफिस के तत्त्व
 (1) MS-वर्ड (MS-Word)
 (2) MS-ऐक्सेल (MS-Excel)
 (3) MS-पावर पॉइंट (MS-Power Point)

(i) स्टार राइटर—यह स्टार ऑफिस के साथ संयुक्त एक वर्ड प्रोसेसर सॉफ्टवेयर है जो MS-वर्ड की तरह ही वर्ड प्रोसेसिंग कार्यों को करता है।

(ii)) स्टार कैल—यह स्टार ऑफिस पैकेज में आने वाली स्प्रेडशीट ऐप्लीकेशन है जो MS-Excel की भाँति ही एकाउन्ट सम्बन्धी कार्य करती है।

(i) स्टार इम्प्रेस—यह स्टार ऑफिस से जुड़ा एक ग्राफिक्स प्रस्तुतीकरण सॉफ्टवेयर है जो MS-पावर जॉइंट की तरह ही ग्राफिक्स चित्रों आदि का निर्माण कर सकता है।


वर्ड प्रोसेसिंग
(WORD PROCESSING)
अनेक प्रकार के पत्र लिखना, लेख, रिपोर्ट, दस्तावेज (documents), आदि तैयार करना प्रत्येक कार्यालय संस्थान केन्द्र की दिनचर्या का हिस्सा हैं। कम्प्यूटर के अत्यधिक प्रचलन से पहले इन सभी कार्यों को करने के लिए टाइप राइटर का उपयोग किया जाता था, टाइप राइटर द्वारा किसी भी प्रकार की जानकारी को पेपर पर उतारने में कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ता था, जैसे हाशिए की सैटिंग, स्पैलिंग, आदि गलत हो जाने पर पूरा पत्र दोबारा टाइप करना पड़ता था, एक समय पत्र की मात्र एक ही मूल प्रति प्राप्त होती थी, आदि। कम्प्यूटर के बढ़ते प्रयोग, सुलभता और लेखन सम्बन्धी कार्यों को ध्यान में  रखकर विशेष रूप से बनाए गए सॉफ्टवेयरों के विकास से न सिर्फ टाइप राइटर के साथ आने वाली समस्याओं से छुटकारा मिला बल्कि ऐसी अनेक सुविधाएँ प्राप्त हुई, जिनमें लेखन सम्बन्धी कार्यों को गति, शुद्धता, त्रुटिहीनता, समय की बचत, जैसे लाभ प्राप्त हुए।

ऐसे ऐप्लीकेशन सॉफ्टवेयर जिनका विकास लेखन कार्यों, जैसे—पत्र लिखना, दस्तावेज बनाना, रिपोर्ट
बनाना, पुस्तक लिखना या किसी भी अन्य लेखन सम्बन्धी कार्यों की आवश्यकताओं और अतिरिक्त
सुविधाओं को ध्यान में रखकर किया गया है, वर्ड प्रोसेसिंग (word processing) सॉफ्टवेयर की श्रेणी में आते हैं, इन्हें टैक्स्ट ऐडिटर (text editor) भी कहा जाता है तथा इन्हें वर्ड प्रोसेसर (word processor) नाम से भी पुकारा जाता है। वर्ड प्रोसेसिंग सॉफ्टवेयर में स्वतः स्पैलिंग चैक करना, व्याकरण सम्बन्धी दोषों को दूर करना, दस्तावेजों के प्रारूपों की सैटिंग करना, चित्र बनाना, आदि अनेक सुविधाएँ होती हैं। वर्ड प्रोसेसिंग सॉफ्टवेयर को वर्ड प्रोसेसर (word processor) भी कहते हैं, जिसका अर्थ हुआ 'वर्ड' (words) अर्थात् शब्दों को प्रोसेस करने वाला। 'वर्ड प्रोसेसर' सॉफ्टवेयर के द्वारा टाइप किया गया डेटा (पत्र, लेख, आदि) कम्प्यूटर स्मृति में स्टोर किया जा सकता है और जरूरत पड़ने पर पुनः प्रयोग भी किया जा सकता है। यहाँ यदि आपको डेटा प्रोसेसिंग और वर्ड प्रोसेसिंग में कुछ भ्रांति (confusion) हो तो हम बता दें कि वर्ड (शब्द) प्रोसेसिंग, डेटा प्रोसेसिंग का ही सह भाग है क्योंकि वर्ड (शब्द) एक प्रकार का डेटा ही है। वर्ड प्रोसेस का मूल उद्देश्य कम्प्यूटरीकृत लेखन कार्यों को दक्षता एवं कुशलता से सम्पन्न होने में सहायता करना है।

प्रमुख वर्ड प्रोसेसर सॉफ्टवेयर
MS-Word, Word 2000, वर्ड स्टार (Word star), वर्ड परफेक्ट (Word Perfect), लोटस प्रो (Lotus Pro), PC-राइट (PC-Write) तथा स्टार ऑफिस का स्टार राइटर (Star Writer), आदि।


वर्ड प्रोसेसर के प्रमुख गुण कौन कौन से है
(Main Features of Word Processor)
एक वर्ड प्रोसेसर सॉफ्टवेयर में कुछ मूलभूत गुण होते हैं जो प्रयोगकर्ता को लेखन सम्बन्धी कार्यों में सहायता प्रदान करते हैं। ये गुण लगभग प्रत्येक वर्ड प्रोसेसर सॉफ्टवेयर में होते हैं। ऐसे ही मूल गुण
निम्नलिखित हैं-

1. टैक्स्ट ऐडिटिंग गुण 
(Text editing feature)—
वर्ड प्रोसेसर सॉफ्टवेयर में लिखे जा रहे लेख (text) में किसी भी प्रकार का परिवर्तन करना, 'ऐडिट करना' (editing) कहलाता है। ऐडिटिंग गुण के अन्तर्गत निम्नलिखित मुख्य कार्य किए जा सकते हैं-
(i) टैक्स्ट लिखना (text writing)।
(ii) लिखे गए टैक्स्ट के मध्य नई लाइनें जोड़ना।
(iii) लिखे गए टैक्स्ट (text) को मिटाना (deleting)।
(iv) लिखे गए टैक्स्ट के किसी भाग को उसी पेज पर या अन्य किसी पेज पर अथवा किसी अन्य डॉक्यूमैन्ट फाइल शिफ्ट करना। इसे 'कट और पेस्ट' (cut & paste) कहा जाता है अर्थात् किसी भाग को कट करके कहीं और चिपकाना।
(v) लिखे गए टैक्स्ट के किसी भाग (लाइन, पैराग्राफ, आदि) की एक प्रति (copy) बनाकर कहीं और लगाना। इस क्रिया को 'कॉपी और पेस्ट' (copy & paste) कहते हैं अर्थात् प्रति बनाकर कहीं और चिपकाना।

2. प्रारूप सम्बन्धी गुण
(Formatting feature)—किसी भी पेज अथवा दस्तावेज को उचित प्रारूप प्रदान करना अत्यधिक महत्वपूर्ण है जो कि अधिक समय लेने वाला कठिन कार्य होता है। 'वर्ड प्रोसेसर' ऐसी अनेक सुविधाएँ प्रदान करता है जिनसे किसी दस्तावेज का प्रारूप अत्यन्त सरलता से निर्धारित होता है। प्रारूप सम्बन्धी गुण निम्नलिखित हैं-
(i) पृष्ठ का आकार, हाशिया, हेडर (header), फुटर (footer), आदि की सैटिंग।
(ii) एक दस्तावेज के सभी पृष्ठों पर पृष्ठ संख्या लिखना।
(iii) लिखे जा रहे शब्दों का प्रारूप तय करना, जैसे—अक्षरों की बनावट जिसे फॉन्ट (font) कहते हैं, आकार (font size), रंग, दो अक्षरों के मध्य अन्तर, आदि निर्धारित करना।
(iv) अक्षरों को अन्डर लाइन (Underline) करना, हाईलाइट करना, आदि।
(v) लाइनों के आगे नंबरिंग करना, जैसे—1, 2, 3, 4, . I, II, III, ..., बुलेट लगाना, जैसे- *, S. -,,e, आदि।
(vi) विभिन्न आकार एवं प्रकार के शीर्षक (heading) डालना,आदि।

3. ऑटो-फॉर्मेटिंग 
(Auto formatting) 
किसी दस्तावेज का प्रारूप सैट करने में कुछ समय लग सकता है। अतः वर्ड प्रोसेसर सॉफ्टवेयर कुछ विशेष प्रकार के दस्तावेजों के लिए ऑटो-फॉर्मेट (ऑटोमैटिक फॉर्मेट) तैयार रखता है, जो उस प्रकार के दस्तावेज का स्टैन्डर्ड प्रारूप होता है, जैसे—पत्र प्रारूप, बायोडाटा प्रारूप, प्रार्थना-पत्र प्रारूप, सामान्य प्रारूप, आदि। आप इनमें से किसी भी प्रारूप का चयन कर सीधे लेख टाइप करना आरम्भ कर सकते हैं।

4. भाषा एवं व्याकरण सम्बन्धी गुण 
(Spelling & grammar checker) 
ये आपके द्वारा टाइप किए गए लेख (text) की भाषा (spelling) एवं व्याकरण सम्बन्धी दोषों को दूर करते हैं तथा आपको सम्बन्धित सुझाव देते हैं। जैसे—वाक्य का पहला अक्षर बड़ा होगा, वाक्य के अन्त में पूर्णविराम (fullstop) आएगा, आदि।

5. ग्राफिक्स गुण
 (Graphics feature)-
 कभी-कभी दस्तावेज में ग्राफिक्स का समावेश करना अनिवार्य होता है, जैसे—सारणी, बॉर्डर, फ्लोचार्ट, ब्लॉक चित्र, ग्राफ, रेखाएँ, आदि। उदाहरण के लिए किसी पुस्तक का ऐसा पृष्ठ जिस पर लेख के साथ-साथ चित्र भी है, बनाने के लिए ग्राफिक्स गुण की आवश्यकता पड़ेगी। वर्ड प्रोसेसर सॉफ्टवेयर ऐसी सुविधाएँ प्रदान करता है जिसके द्वारा आप डॉक्यूमैन्ट में स्वयं चित्र बना सकते हैं तथा किसी अन्य फाइल में बने चित्र को कॉपी कर वर्ड प्रोसेसर में बन रहे दस्तावेज में पेस्ट भी कर सकते हैं। ग्राफिक्स का प्रयोग डॉक्यूमैन्ट को आकर्षक, अधिक उपयोगी एवं रोचक बनाता है।

6. OLE गुण (OLE feature)- 
OLE(Object Linking and Embedding) 
एक ऐसी सुविधा है जिसके द्वारा आप अपने दस्तावेज से अन्य दस्तावेज और ऑब्जेक्ट (object) जैसे चित्र, आदि लिंक (link) कर सकते हैं अर्थात् जोड़ सकते हैं।

7. मेल-मर्ज गुण 
(Mail-merge feature) मान लीजिए आपको एक दस्तावेज 'निमन्त्रण पत्र' 200 व्यक्तियों को भेजना है, जिसके लिए आप चाहते हैं कि प्रत्येक निमन्त्रण पत्र पर प्राप्तकर्ता का नाम एवं पता छपा हो, जबकि निमन्त्रण पत्र का निमन्त्रण लेख सभी पत्रों में समान ही होगा। ऐसा यदि आप सामान्य तरीके से करें तो आपको 200 अलग-अलग पत्र तैयार करने पड़ेंगे किन्तु यही कार्य आप मेल-मर्ज (mail-merge) सुविधा के द्वारा करें तो मात्र एक पत्र और एक नाम, पते की सूची तैयार कर 200 अलग-अलग निमन्त्रण पत्र प्रिन्ट कर सकते हैं।

8. यूजर फ्रैंडली GUI इंटरफेस—आजकल सभी प्रमुख वर्ड प्रोसेसर GUI आधारित होते हैं। ‘स्टार राइटर' भी एक GUI सॉफ्टवेयर है, जिसे समझना व प्रयोग करना सरल है। इसकी सभी कमाण्ड एवं सभी सुविधाएँ मैन्यू (menu) तथा आइकॉन (icon) के रूप में कम्प्यूटर स्क्रीन पर रहती हैं, जिससे कमाण्ड को समझना तथा क्रियान्वित करना अत्यधिक सरल होता है। उदाहरण के लिए फाइल प्रिन्ट करने के कमाण्ड आइकॉन पर प्रिन्टर का चित्र है, कट (cut) कमाण्ड पर कैंची का चित्र है, आदि। इन आइकॉन को देखने मात्र से ही उनके द्वारा किए जाने वाले कार्य का अंदाजा लगाया जा सकता है।

9. 'ऑन-लाइन सहायता' गुण 
(On-line help feature)—
आज सभी GUI सॉफ्टवेयरों में 'ऑन-लाइन हैल्प' गुण होता है, जिसकी सहायता से सॉफ्टवेयर सम्बन्धी सभी जानकारी कम्प्यूटर पर ही प्राप्त हो सकती हैं। उदाहरण के लिए सॉफ्टवेयर का कौन-सा आइकॉन तथा मैन्यू क्या कार्य करता है, आदि। वर्ड प्रोसेसर सॉफ्टवेयरों में भी ऑन-लाइन हैल्प का गुण होता है जो दस्तावेज बनाने में आपकी प्रत्येक प्रकार से सहायता करता है।

10. फाइलों की सुरक्षा 
(Safety of files)—
वर्ड प्रोसेसर सॉफ्टवेयर में कुछ ऐसे गुण होते हैं जिनके द्वारा आप अपने व्यक्तिगत और गोपनीय दस्तावेजों की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं, ताकि कोई अन्य व्यक्ति आपकी फाइलों को पढ़ न सके और न ही उन्हें परिवर्तित या नष्ट कर सके।

11. 'डेस्कटॉप पब्लिशिंग' की सुविधा
 (Facility of desktop publishing) –'स्टार राइटर' वर्ड प्रोसेसर के साथ ऐसे अनेक टूल जुड़े हैं जिनका प्रयोग कर डेस्कटॉप पब्लिशिंग और अच्छी ड्राइंग की जा सकती है।

12. गणनाओं की सुविधा
 (Facility of calculations)
कुछ वर्ड प्रोसेसर में गणनाएँ करने की सुविधा भी होती है। जैसे—स्टार राइटर के टैक्स्ट डॉक्यूमैन्ट में आप सारणी बनाकर उनमें फार्मूले प्रयोग कर सकते हैं और जटिल गणनाएँ सम्पादित कर सकते हैं।वर्ड प्रोसेसर की इन सभी विशेषताओं से भरे स्टार राइटर की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसमें बनाये गये डॉक्यूमैन्ट को अलग-अलग फॉर्मेट, जैसे—MS-Word, HTML, PDF (Portaole Document Format), आदि में भी सुरक्षित (save) कर सकते हैं।


'स्टार राइटर' का प्रारूप कैसा होता है
 (Format of Star Writer)
सभी वर्ड प्रोसेसर सॉफ्टवेयर के प्रारूप तथा उनके द्वारा प्रदान की जाने वाली सुविधाएँ लगभग समान ही होती हैं। यदि आप वर्ड प्रोसेसर (जैसे MS-Word) में एक दस्तावेज बनाना चाहते हैं तो सॉफ्टवेयर को क्रियान्वित करने के पश्चात् आपके सामने एक खाली (blank) विन्डो (window) प्रस्तुत होती है। यह विन्डो सॉफ्टवेयर की मुख्य विन्डो होती है जहाँ पर आप लेखन कार्य करते हैं, जैसे टैक्स्ट टाइपिंग, ऐडिटिंग, फॉर्मेटिंग, आदि। इस विन्डो को हम दो मुख्य भागों में विभक्त कर सकते हैं, एक भाग में लेखन कार्य सम्बन्धी कमाण्ड प्रस्तुत रहती है तथा दूसरे भाग में लेखन कार्य किया जाता है। यह मुख विन्डो डॉक्यूमैन्ट विन्डो (document window) कहलाती है।

एक डॉक्यूमैन्ट विन्डो के निम्नलिखित मुख्य अंग होते हैं-

1. वर्क स्पेस (Work space) यह डॉक्यूमैन्ट विन्डो का सबसे बड़ा क्षेत्र होता है। इसी क्षेत्र में लेखन कार्य (typing, editing, formatting) किया जाता है। जब आप पहले से बने हुए दस्तावेज को खोलते हैं तो उसका टैक्स्ट (text) इसी 'वर्क स्पेस' में प्रदर्शित होता है।

2. टाइटल बार (Title bar)—यह डॉक्यूमैन्ट विन्डो का सबसे ऊपरी, पतला भाग होता है जहाँ पर
दस्तावेज अथवा फाइल का नाम प्रदर्शित होता है।

3. मैन्यू बार (Menu bar) यह टाइटल बार के ठीक नीचे होता है जिसमें एक कमाण्ड मैन्यू प्रदर्शित
रहता है। इस मुख्य मैन्यू के प्रत्येक मैन्यू आइटम का एक सब मैन्यू होता है जिसमें विभिन्न कमाण्ड के नाम लिखे रहते हैं। इन कमाण्ड नेम (मैन्यू ऑपणन) को क्लिक करने से यह कमाण्ड क्रियान्वित हो जाती है। मुख्य मैन्यू के सब-मैन्यू के नाम File, Edit, Invert, Format, 'Tool, Window, Help है, जिनमें अपने नाम से जुड़े कार्यक्षेत्र सम्बन्धी कमाण्ड संयुक्त हैं। उदाहरण के लिए 'TILI सब-मैन्यू में डॉक्यूमैन्ट फाइल को बनाने, बंद करने, प्रिन्ट करने, स्टोर करने, आदि कार्यों के लिए कमाणह होती है।

4. टूल बार (Tool bar) यह मैन्यू बार के नीचे प्रदर्शित होने वाला भाग है। जिन कमाण्ड का सर्वाधिक प्रयोग होता है वे आइकॉन के रूप में टूल बार में प्रदर्शित रहती हैं। उदाहरण के लिए, wave' कमाण्ड को मन्यू ऑप्शन पर जाकर क्लिक (बटन दबाना) कर क्रियान्वित किया जाए अथवा टूल बार में प्रदर्शित आइकॉन को क्लिक कर क्रियान्वित किया जाए तो दोनों ही दशाओं में डॉक्यूमेन्ट डिस्क में स्टोर हो जाएगा।

5. फॉर्मेटिंग बार (Formatting bar) इस भाग में दस्तावेज के प्रारूप (format) सम्बन्धी कमाण्ड
आइकॉन, सलेक्शन विन्डो, आदि के रूप में प्रदर्शित होती हैं, जैसे फॉन्ट की सूची, आकार की सूची, रंगों की सूची,आदि।

6. चित्रकारी बार (Drawing bar) इस भाग में ऐसी सुविधाओं के मैन्यू, आइकॉन, आदि प्रदर्शित रहते हैं जिनके प्रयोग से आप डॉक्यूमैन्ट पर चित्र बना सकते हैं। इसमें विभिन्न आकृतियों, रेखाओं, फ्लोचार्ट, सिम्बल, आदि को एक बॉक्स में प्रदर्शित किया जाता है, इसमें से किसी का भी चयन कर चित्र बनाने में प्रयोग किया जा सकता है। ड्रा फंक्शन (Draw function) ऐसा ही टूल बार है।
7. स्क्रोल बार (Scroll bar) एक दस्तावेज का पूरा पेज अथवा अनेक पेज एक ही समय में पूरे के पूरे कम्यूटर स्क्रीन पर प्रदर्शित नहीं हो सकते हैं। स्क्रोल बार के द्वारा आप दस्तावेज को स्क्रीन पर आगे पीछे चला सकते हैं और अगले पेज या पिछले पेज पर भी जा सकते हैं।

8. स्टेटस बार (Status bar) यह डॉक्यूमैन्ट विन्डो के सबसे नीचे होता है। इस भाग में स्क्रीन पर प्रदर्शित हो रहे दस्तावेज के पेज की पृष्ठ संख्या, कर्सर की पोजीशन का लाइन नम्बर, कॉलम नम्बर, आदि जानकारी प्रदर्शित होती हैं। वर्क स्पेस के ऊपर कुछ पोप-अप मैन्यू, सलेक्शन विन्डो एवं टूल बार दिखाई पड़ते है, जिनको आप उनका आइकॉन क्लिक कर प्राप्त कर सकते हैं। प्रत्येक के साथ कुछ विशेष कार्यों को करने की सुविधाएँ संयुक्त हैं। उदाहरण के लिए Draw Function टूल बार के आइकॉन को क्लिक करने पर यह स्क्रीन पर उपस्थित हो जाएगा और इसकी सुविधाओं का प्रयोग कर आप डॉक्यूमैन्ट में रेखाकृति बना सकते हैं और चित्रकारी भी कर सकते हैं।

कुछ पोप-अप विकल्प का संक्षिप्त परिचय 

1. Insert Tool barइसका प्रयोग डॉक्यूमैन्ट में सारणी, विशेष कैरेक्टर, चित्र, फ्रेम, आदि प्रविष्ट कराने के लिए किया जाता है।

2. Insert Field  Sub Menuइसका प्रयोग कर डॉक्यूमैन्ट में तिथि, समय, पेज क्रमांक, लेखक का नाम, टाइटिल, आदि की प्रविष्टि की जाती है।

3. Insert Object Tool barइसके द्वारा चार्ट, ग्राफ, गणितीय फार्मूले, आदि को डॉक्यूमैन्ट में प्रविष्ट कराया जाता है।

4. Draw Functions Tool bar-जैसा कि हमने पहले भी बताया है, इसका प्रयोग चित्रकारी,रेखाकृति, आदि बनाने के लिए किया जाता है।

5. Form Functions Tool bar- इसका उपयोग फॉर्म बनाने के लिए किया जाता है। फॉर्म एक ऐसा दस्तावेज़ है जहाँ आप न केवल टेक्स्ट लिख सकते हैं बल्कि you can also choose one of the many options.

6. Navigator Windowइस विन्डो के द्वारा आप डॉक्यूमैन्ट में लिखे पैराग्राफ, हैडिंग, सब-रूटीन, आदि को पुनः व्यवस्थित कर सकते हैं।

7. Paragraph Styles Windowइस स्टाइल विन्डो के द्वारा आप पैराग्राफ की सैटिंग जैसे उसके हाशिये का निर्धारण, बैकग्राउण्ड का रंग, टैक्स्ट का रंग, आकार, फॉन्ट आदि का निर्धारण, क्रम, वॉडर आदि का निर्धारण जैसे कार्य कर सकते हैं।

8. Navigation Windowइस विन्डो का प्रयोग करके आप अपने डॉक्यूमैन्ट में नैविगेशन की सुविधा उपलब्ध करा सकते हैं अर्थात् एक स्थान से सीधे किसी दूसरे स्थान पर पहुँचने के लिंक बना सकते हैं।


स्टार राइटर पर डॉक्यूमैन्ट बनाना
(MAKING DOCUMENTS ON STAR WRITER)

सबसे पहले आप अपने ऑपरेटिंग सिस्टम के डेस्कटॉप पर नीचे की ओर दिखाई दे रहे मुख्य मैन्यु बार से 'Star office' ऐप्लीकेशन के सब-मैन्यु पर जाइये और वहाँ से स्टार राइटर ऐप्लीकेशन को रन कीजिए इसके बाद आपको एक खाली वर्क स्पेस की डॉक्यूमैन्ट विन्डो मिल जाएगी। आप चाहें तो इसी पर टाइपिंग शुरू कर इसे बाद में सुरक्षित (save) कर सकते हैं अथवा File मैन्यु से भी नया डॉक्यूमैन्ट बना सकते हैं।

File ->New ->Templates and documents

File मैन्यू के New सब-मैन्यु में जाकर आप Templates and documents डॉयलाग बॉक्स खोल सकते हैं। जिसमें दिये गये पूर्व निर्धारित टैम्पलेट में से किसी एक पर क्लिक कर आप नया डॉक्यूमैन्ट बना सकते हैं।

डॉक्यूमैन्ट संग्रहित करना 
(Save the Documents)
File मैन्यू की Save या Save As कमाण्ड का चयन कर आप अपना डॉक्यूमैन्ट मनचाही लोकेशन/
फोल्डर में स्टोर कर सकते हैं। Save As का चयन करने पर खुलने वाली विन्डो में आप अपने डॉक्यूमैन्ट का नाम निर्धारित कर सकते हैं।

File - >Save
File -> Save As

डॉक्यूमैन्ट का नाम बदलना 
(Changing the Title of Document)
File के Properties सब-मैन्यू को क्लिक करने पर एक डायलॉग बाक्स खुलता है जिसमें Description टैब को Click करने पर Title बॉक्स आ जाता है। वहाँ आप डॉक्यूमैन्ट का नया नाम टाइप कर सकते।

File→ Properties -> Description -> Title

डॉक्यूमैन्ट को प्रिन्ट करना
 (Printing a Document)
File मैन्यू के Print सब-मैन्यू का प्रयोग कर डॉक्यूमेन्ट फाइल को प्रिन्ट किया जा सकता है।
File -> Print
प्रिन्ट करने से पूर्व File→ Page preview करने पर पेज का प्रिव्यू किया जा सकता है।

डॉक्यूमैन्ट के लेख को फॉर्मेट करना 
(Formatting of Document Text)
डॉक्यूमैन्ट में टैक्स्ट फॉर्मेटिंग क्रिया के लिए डॉक्यूमैन्ट विन्डो में अनेक सब-मैन्यु, टूल बार जैसे ड्रॉ फंक्शन और आइकॉन उपलब्ध हैं जिनका प्रयोग कर आप बड़ी ही सरलता से टैक्स्ट/पेज/पैराग्राफ/कॉलम आदि की फॉर्मेटिंग कर सकते हैं।

(i) सीधे फॉर्मेटिंग करना—डॉक्यूमैन्ट विन्डो के वर्क स्पेस के ठीक ऊपर वाले टूल बार में अनेक
आइकॉन व लिस्ट बॉक्स बने हैं। जिनसे सीधे टैक्स्ट फॉर्मेटिंग की जा सकती है। इनके नाम व उद्देश्य इस प्रकार हैं-
Default -यह लिस्ट बॉक्स डिफॉल्ट सैटिंग को सुरक्षित रखता है।

Font लिस्ट बॉक्स- यहाँ से आप अपने टैक्स्ट के फॉन्ट का चयन कर सकते हैं।

Size बॉक्स- यहाँ से कैरेक्टर साइज को निर्धारित किया जा सकता है।

B, I, U बटन—इनका प्रयोग कर टैक्स्ट को Bold, Italic और Underline किया जा सकता है।

एलाइनमैन्ट बटन—इन बटन या आइकॉन को क्लिक करके पेज पर पंक्तियों को दांये, बांये या दोनों तरफ एलाइनमैन्ट किया जा सकता है।

नम्बरिंग और बुलेट बटन—इन विकल्प का चयन कर टैक्स्ट पंक्तियों को विभिन्न प्रकार के क्रम
जैसे- 1. 2. 3., A, B. C., I. II. III तथा बुलेट दिये जा सकते हैं।

टैक्स्ट, बैकग्राउंड कलर आइकॉन—इन आइकॉन के द्वारा आप डॉक्यूमैन्ट के टैक्स्ट तथा बैकग्राउंड के रंगों का निर्धारण कर सकते हैं।

हाइलाइट आइकॉन—इस आइकॉन से आप टैक्स्ट को विभिन्न रंगों में से किसी एक का चयन कर
हाइलाइट कर सकते हैं।

चित्रकारी आइकॉन—इसका प्रयोग कर डॉक्यूमैन्ट में चित्रकारी की जा सकती है।


(ii) Format मैन्यू के द्वारा फॉर्मेटिंग  कुछ मैन्यू और टूल बार के विषय में आपको बताया है, जैसे-Insert, Insert Object, Draw Functions, Paragraph Styles, Page Style आदि। इनका प्रयोग कर आप अपने टैक्स्ट में विभिन्न ऑब्जेक्ट जैसे सारणी, चित्र, लिंक, कॉलम, आदि को जोड़ सकते हैं तथा पेज, पैराग्राफ, टैक्स्ट रंग/आकार फॉन्ट स्टाइल आदि की सैटिंग कर सकते हैं।

इसके अतिरिक्त डॉक्यूमैन्ट विन्डो के मुख्य मैन्यू के format सब-मैन्यू विकल्प में फॉर्मेटिंग की अनेक
सुविधाएँ उपलब्ध हैं जो इस प्रकार हैं-

1. Default-यह सब-मैन्यू डिफाल्ट फॉर्मेटिंग में प्रयुक्त  किया जाता है।

2. Character-इस मैन्यू का प्रयोग हम फॉन्ट के रंग, रूप एवं आकार को बदलने के लिए करते हैं।

3. Paragraph-इस मैन्यू के माध्यम से आप पैराग्राफ का हाशिया निर्धारित कर सकते हैं, पैराग्राफ के मध्य रिक्त स्थान छोड़ सकते हैं, पैराग्राफ का एलाइनमैन्ट तय कर सकते हैं अर्थात् टैक्स्ट कहाँ से प्रारम्भ करना है, पैराग्राफ में नम्बरिंग डाल सकते हैं एवं बॉर्डर प्रयुक्त कर सकते हैं।

4. Page—यह मैन्यू पृष्ठ फॉर्मेटिंग में प्रयोग किया जाता है।

5. Columns पेज में एक, दो या तीन समान कॉलमों एवं समान एवं असमान कॉलमों को प्रविष्ट करने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है।

6. Case/Characters यह कैरेक्टर का बड़ा केस (A, B, C) या छोटा केस (a, b. c) निर्धारित करने के लिए प्रयोग में आता है।

7. Numbering/Ballets-इसका प्रयोग टैक्ट में क्रमांक एवं बुलेट डालने के लिए होता है।
  

Conclusion-
 इस पोस्ट में हम लाइनेक्स का ऑफिस-स्टार ऑफिस क्या है,वर्ड प्रोसेसिंग,और उस पर कैसे काम करते है के बारें में जाना।

 इन्हें भी देखें-

लाइनेक्स का ऑफिस-स्टार ऑफिस || Office of Linux-Star Office in Hindi - New!

कंप्यूटर कम्युनिकेशन क्या होता है हिंदी में समझें || Computer Communication

लाइनेक्स कमाण्ड सैट || Linux command set In Hindi - New!

लाइनेक्स की हेल्प कमाण्ड || Linux help command in Hindi - New!

GUI Based Operating System in Hindi || जीयू आई आधारित ऑपरेटिंग सिस्टम को अब समझें हिंदी में-

Operating System Simple Setting in Hindi || ऑपरेटिंग सिस्टम की सरल सेटिंग कैसे करें

इंटरनेट का परिचय इन हिंदी || Introduction to Internet in Hindi

एम एस एक्सेल में स्प्रेडशीट क्या है? || What is Spreadsheet in MS Excel?

कंप्यूटर क्या है अब समझें हिंदी में || what is computer now understand in hindi

पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन कैसे बनाते है हिंदी में सीखें। || how to make a power point presentation in Hindi.

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